कंप्यूटर में इनपुट डिवाइस के बारे में जाने learn input device in hindi

Input Device - वे Device होते है जिनके द्वारा हम अपने डाटा या निर्देशों को                                      Computer में Input करा सकते हैं| 
इनपुट डिवाइस कंप्यूटर तथा मानव के मध्य संपर्क की सुविधा प्रदान करते हैं| 
Computer में कई Input Device होते है ये Devices Computer के मस्तिष्क को निर्देशित करती है की वह क्या करे? Input Device कई रूप में उपलब्ध है तथा सभी के विशिष्ट उद्देश्य है टाइपिंग के लिये हमारे पास Keyboard होते है, जो हमारे निर्देशों को Type करते हैं|
Input Device वे Device है जो हमारे निर्देशों या आदेशों को Computer  के मष्तिष्क, सी.पी.यू. (C.P.U.) तक पहुचाते हैं|”
Input Device कई प्रकार के होते है जो निम्न प्रकार है –
                                                                                                             

की-बोर्ड (Keyboard)
की-बोर्ड कंप्यूटर का एक पेरिफेरल है जो आंशिक रूप से टाइपराइटर के की-बोर्ड की भांति होता हैं| की-बोर्ड को टेक्स्ट तथा कैरेक्टर इनपुट करने के लिये डिजाइन किया गया हैं|
 भौतिक रूप से, कंप्यूटर का की-बोर्ड आयताकार होता हैं| इसमें लगभग 108 Keys होती हैं| की-बोर्ड में कई प्रकार की कुंजियाँ (Keys) होती है जैसे- अक्षर (Alphabet), नंबर (Number), चिन्ह (Symbol), फंक्शन की (Function Key), एर्रो की (Arrow Key) व कुछ विशेष प्रकार की Keys भी होती हैं|
हम की-बोर्ड की संरचना के आधार पर इसकी कुंजियो को छ: भागो में बाँट सकते है-
  1. एल्फानुमेरिक कुंजियाँ (Alphanumeric Keys)
  2. न्यूमेरिक की-पैड (Numeric Keypad)
  3. फंक्शन की (Function Keys)
  4. विशिष्ट उददेशीय कुंजियाँ (Special Purpose Keys)
  5. मॉडिफायर कुंजियाँ (Modifier Keys)
  6. कर्सर कुंजियाँ (Curser Keys)
एल्फानुमेरिक कुंजियाँ (Alphanumeric Keys):- Alphanumeric Keys की-बोर्ड के केन्द्र में स्थित होती हैं| Alphanumeric Keys में Alphabets (A-Z), Number (0-9), Symbol (@, #, $, %, ^, *, &, +, !, = ), होते हैं| इस खंड में अंको, चिन्हों, तथा वर्णमाला के अतिरिक्त चार कुंजियाँ Tab, Caps, Backspace तथा Enter कुछ विशिष्ट कार्यों के लिये होती हैं|
न्यूमेरिक की-पैड (Numeric Keypad):- न्यूमेरिक की-पैड (Numeric Keypad) में लगभग 17 कुंजियाँ होती हैं| जिनमे 0-9 तक के अंक, गणितीय ऑपरेटर (Mathematic operators) जैसे- +, -. *, / तथा Enter key होती हैं |

विशिष्ट उददेशीय कुंजियाँ (Special Purpose Keys):- ये कुंजियाँ कुछ विशेष कार्यों को करने के लिये प्रयोग की जाती है| जैसे- Sleep, Power, Volume, Start, Shortcut, Esc, Tab, Insert, Home, End, Delete, इत्यादि| ये कुंजियाँ नये ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ विशेष कार्यों के अनुरूप होती हैं|



मॉडिफायर कुंजियाँ (Modifier Keys):- इसमें तीन कुंजियाँ होती हैं, जिनके नाम SHIFT, ALT, CTRL हैं| इनको अकेला दबाने पर कोई खास प्रयोग नहीं होता हैं, परन्तु जब अन्य किसी कुंजी के साथ इनका प्रयोग होता हैं तो ये उन कुंजियो के इनपुट को बदल देती हैं| इसलिए ये मॉडिफायर कुंजी कहलाती हैं|
कर्सर कुंजियाँ (Cursor Keys):- ये चार प्रकार की Keys होती हैं UP, DOWN, LEFT तथा RIGHT | इनका प्रयोग कर्सर को स्क्रीन पर मूव कराने के लिए किया जाता है|

Function Keys 

मुख्य रूप से कीबोर्ड के कुछ बटन होते है। यह Key  F1 से लेकर F12 तक होते है जिनके द्वारा कंप्यूटर के विभिन्न कार्यो को किया जाता है। अगर कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम इनस्टॉल है। तो इनका उपयोग प्रोग्राम्स को चलाने के लिए किया जाता है जैसे → फाइल को खोलना, बंद करना, सेव करना , किसी भी प्रोग्राम के Help को खोलने के लिए किया जाता है।  यह बटन Shortcut Keys की तरह काम करते है।


फंशन कीस के उपयोग करने के कुछ शॉट्सकट्स  निचे दिए जा रहे है 


F1

  • इस बटन के द्वारा किसी भी एप्लीकेशन के हेल्प्  को खोलने के लिए किया जाता है।
  • इसके अलावा विंडो के हेल्प्स सेंटर में जाने के लिए Window Key  के साथ F1  का उपयोग करते है।
  • Task Pane को खोलने के लिए।
  • CMOS  में जाने के लिए।

F2
  • विंडोज में Highlighted   फाइल फोल्डर या आइकॉन का  नाम बदले के लिए।
  • माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में किसी फाइल को खोलने के लिए Alt+Ctrl+F2 का उपयोग करते है।
  • Ctrl+F2 के द्वारा वर्ड की फाइल का प्रिंट प्रीव्यू (Print Preview) देखने के लिए।
  • CMOS सेटअप में जाने के लिए।

F3
  • windows में Search Features खोलने के लिए।
  • Ms Dos  में आखिरी Command  को दुबारा लिखने के लिए।
  • MsWord  में Upper से Lower case में बदलने और  लाइन के पहले अक्षर को capital letter में लिखने के लिए
  • Shift + F3 का उपयोग करते है। 
  • Window + F3  के द्वारा माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक में advance find विंडो को खोलने के लिए। 
  • Apple Computer  के Mac OS X में Mission Control को खोलने के लिए।  

F4 
  • Find window  को खोलने के लिए। 
  • Explorer और  Internet Explorer में Address bar को खोलने के लिए। 
  • Alt + F4 माइक्रोसॉफ्ट विंडोज में वर्तमान में सक्रिय प्रोग्राम विंडो बंद कर देता है।
  • Ctrl + F4 माइक्रोसॉफ्ट विंडोज में मौजूदा सक्रिय विंडो के भीतर खुली खिड़की बंद कर देता है।

F5
  • सभी आधुनिक इंटरनेट ब्राउज़रों में, F5 दबाने पर विंडो में खुले पेज या दस्तावेज़  को फिर से लोड ( Refresh ) करने के लिए ।
  •  माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में Open the find, replace, and go to  खोले के लिए ।
  • PowerPoint में एक स्लाइड शो शुरू होता है।

F6
  • इंटरनेट एक्सप्लोरर, Mozila FireFox , और अधिकांश अन्य इंटरनेट ब्राउज़र में कर्सर को Address bar पर  ले जाने के लिए ।
  • Ctrl + Shift + F6  माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में नया दस्तावेज़ को खोलता है।
  • लैपटॉप में वॉल्यूम कम को कम करने के लिए (कुछ लैपटॉप पर)। 

F7
  • आमतौर पर  माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, आउटलुक,  माइक्रोसॉफ्ट के कार्यक्रमों में  दस्तावेज में व्याकरण के जाँच  लिए इस्तेमाल किया जाता है
  • Shift + F7 highlighted शब्द पर  Thesaurus check को ओन करने के लिए उपयोग किया  जाता है ।
  • मोज़िला फ़ायरफ़ॉक्स में कैरट ब्राउज़िंग  चालू करने के लिए।
  • लैपटॉप में वॉल्यूम  को बढ़ाने  करने के लिए (कुछ लैपटॉप पर)। 

F8
  • विंडोज स्टार्टअप मेनू में प्रवेश करने के लिए F8 का उपयोग करते है सामान्यतः Windows Safe mode में जाने के लिए इसका इस्तेमाल होता है।
  • Windows Recovery system में जाने के लिए कुछ कंप्यूटर में उपयोग किया जाता  है, लेकिन इसके लिए   Windows Installation  सीडी की आवश्यकता हो सकती है
  • Mac os में सभी कार्यस्थान के लिए एक थंबनेल छवि प्रदर्शित करता है


F9
  • माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में दस्तावेज़ को Refresh करने के लिए।
  • माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक में ई-मेल को भेजने और प्राप्त करने के लिए हैं।
  • Quark 5.0 में Measurements toolbar खोलता है।
  • लैपटॉप स्क्रीन की चमक को कम करने के लिए (कुछ लैपटॉप पर)।   
  • मैक ओएस 10.3 या बाद के वर्जन , एक ही कार्यक्षेत्र में एक Window  के लिए एक थंबनेल प्रदर्शित करता है।
    एप्पल कंप्यूटर  मैक ओएस एक्स में  एक ही समय में मिशन कंट्रोल खोलता है इसके लिए   Fn कुंजी और F9 को उपयोग करते है। 

F10
  • माइक्रोसॉफ्ट विंडोज में  खुले हुए एप्लीकेशन को मेनू बार में activate करता है।
  • Shift + F10 highlighted icon, file, or Internet link पर राइट-क्लिक करने के लिए।
  • HP और Sony  कम्प्यूटर्स में hidden recovery partition को access करने के लिए।
    CMOS सेटअप में जाने के लिए ।
    लैपटॉप स्क्रीन की चमक को बढ़ाने के लिए (कुछ लैपटॉप पर) 
    मैक ओएस 10.3 या बाद के वर्जन ,  सभी  सक्रिय कार्यक्रम के  खुले विंडो को दिखाता है।

F11
  • सभी आधुनिक इंटरनेट ब्राउज़रों में पूर्ण स्क्रीन मोड से बाहर निकलने के लिए ।
  • कंट्रोल + F11 के द्वारा कई  Dell Computers  पर hidden recovery partition को access करने के लिए
  • eMachines, Gateway, और  Lenovo computers पर hidden recovery partition को access करने के लिए।
  • मैक ओएस 10.4 में , सभी Active Applications को Hide या Show करने के लिए।

F12
  • माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में खुले डॉक्यूमेंट को save as  करने के लिए ।
  • कंट्रोल + F12 के Word  में एक दस्तावेज़ को खोलता है।
  • Shift + F12 (Ctrl + s ) की तरह माइक्रोसॉफ्ट वर्ड दस्तावेज़ में  Save करता है।
  • Ctrl + Shift + F12 के द्वारा  माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में एक दस्तावेज़ को प्रिंट करने के लिए ।
  • माइक्रोसॉफ्ट अभिव्यक्ति वेब ( Microsoft Expression Web) में एक पृष्ठ का पूर्वावलोकन करने के लिए ।
  • Firebug या ब्राउज़र में  डिबग उपकरण Debug Tool को खोलने के लिए ।
  • एक एप्पल मैक ओएस 10.4  में  डैशबोर्ड छुपाता है।
  • कंप्यूटर stratup में Bootable  Device  लिस्ट  में किसी एक  से कंप्यूटर को बूट करवाने के लिए f12 कुंजी का प्रयोग करते है।   (हार्ड ड्राइव, सीडी या डीवीडी ड्राइव, फ्लॉपी ड्राइव, यूएसबी ड्राइव, नेटवर्क) से बूट करने के लिए एक अलग डिवाइस का चयन करने के लिए।

2- माउस (Mouse)
वर्तमान समय में माउस सर्वाधिक प्रचलित Pointer Device है, जिसका प्रयोग चित्र या ग्राफिक्स (Graphics) बनाने के साथ साथ किसी बटन (Button) या मेन्यू (Menu) पर क्लिक करने के लिये किया जाता है | इसकी सहायता से हम की-बोर्ड का प्रयोग किये बिना अपने पी.सी. को नियंत्रित कर सकता है |
माउस में दो या तीन बटन होते है जिनकी सहायता से कंप्यूटर को निर्देश दिये जाते है| माउस को हिलाने पर स्क्रीन पर Pointer Move करता है|

माउस के कार्य:-
  • क्लिकिंग (Clicking)
  • डबल क्लिकिंग (Double Clicking)
  • दायाँ क्लिकिंग (Right Clicking)
  • ड्रैगिंग (Dragging)
  • स्क्रोलिंग (Scrolling)
माउस के प्रकार:- माउस प्रायः तीन प्रकार के होते है |
  1. मैकेनिकल माउस (Mechanical Mouse)
  2. प्रकाशीय माउस (Optical Mouse)
  3. तार रहित माउस (Cordless Mouse)
मैकेनिकल माउस (Mechanical Mouse)मैकेनिकल माउस (Mechanical Mouse) वे माउस होते है| जिनके निचले भाग में एक रबर की गेंद लगी होती है जब माउस को सतह पर घुमाते है तो वह उस खोल के अंदर घुमती है माउस के अंदर गेंद के घूमने से उसके अंदर के सेन्सर्स (Censors) कंप्यूटर को संकेत (Signal) देते है
प्रकाशीय माउस (Optical Mouse):- प्रकाशीय माउस (Optical Mouse) एक नये प्रकार का नॉन मैकेनिकल (non-mechanical) माउस है | इसमें प्रकाश की एक पुंज (किरण) इसके नीचे की सतह से उत्सर्जित होती है जिसके परिवर्तन के आधार पर यह ऑब्जेक्ट (Object) की दूरी, तथा गति तय करता है |
 तार रहित माउस (Cordless Mouse):- तार रहित माउस (Cordless Mouse) वे माउस है जो आपको तार के झंझट से मुक्ति देता है| यह रेडियो फ्रीक्वेंसी (Radio frequency) तकनीक की सहायता से आपके कंप्यूटर को सूचना कम्युनिकेट (Communicate) करता हैं| इसमें दो मुख्य कम्पोनेंट्स ट्रांसमीटर तथा रिसीवर होते है ट्रांसमीटर माउस में होता है जो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक (Electromagnetic) सिग्नल (Signal) के रूप में माउस की गति तथा इसके क्लिक किये जाने की सूचना भेजता है रिसीवर जो आपके कंप्यूटर से जुड़ा होता है उस सिग्नल को प्राप्त करता है |


जॉयस्टिक (Joystick)
यह डिवाइस (Device) वीडियो गेम्स खेलने के काम आने वाला इनपुट डिवाइस (Input Device)  है इसका प्रयोग बच्चो द्वारा प्रायः कंप्यूटर पर खेल खेलने के लिये किया जाता है| क्योकि यह बच्चो को कंप्यूटर सिखाने का आसान तरीका है| वैसे तो कंप्यूटर के सारे खेल की-बोर्ड द्वारा खेले जा सकते है परन्तु कुछ खेल तेज गति से खेले जाते है उन खेलो में बच्चे अपने आप को सुबिधाजनक महसूस नहीं करते है इसलिए जॉयस्टिक का प्रयोग किया जाता है |

ट्रैकबाल (Trackball)



ट्रैक बोंल एक Pointing input Device है
 जो माउस (Mouse) की तरह ही कार्य करती है | इसमें एक उभरी हुई गेंद होती है तथा कुछ बटन होते है| सामान्यतः पकड़ते समय गेंद पर आपका अंगूठा होता है तथा आपकी उंगलियों उसके बटन पर होती है| स्क्रीन पर पॉइंटर (Pointer) को घुमाने के लिये अंगूठा से उस गेंद को घुमाते है ट्रैकबोंल (Trackball) को माउस की तरह घुमाने की आवश्यकता नहीं होती इसलिये यह अपेक्षाकृत कम जगह घेरता है | इसका प्रयोग Laptop, Mobile तथा Remold में किया जाता हैं |



 लाइट पेन (Light Pen)

लाइट पेन (Light Pen) का प्रयोग कंप्यूटर स्क्रीन पर कोई चित्र या ग्राफिक्स बनाने में किया जाता है लाइट पेन में एक प्रकाश संवेदनशील कलम की तरह एक युक्ति होती है| अतः लाइट पेन का प्रयोग ऑब्जेक्ट के चयन के लिये होता है| लाइट पेन की सहायता से बनाया गया कोई भी ग्राफिक्स कंप्यूटर पर संग्रहित किया जा सकता है तथा आवश्यकतानुसार इसमें सुधार किया जा सकता है |



टच स्क्रीन (Touch Screen)

टच स्क्रीन (Touch Screen) एक Input Device है| इसमें एक प्रकार की Display होती है| जिसकी सहायता से User किसी Pointing Device की वजह अपनी अंगुलियों को स्थित कर स्क्रीन पर मेन्यू या किसी ऑब्जेक्ट का चयन करता है| किसी User को कंप्यूटर की बहुत अधिक जानकारी न हो तो भी इसे सरलता से प्रयोग किया जा सकता है | टच स्क्रीन (Touch Screen) का प्रयोग आजकल रेलवेस्टेशन, एअरपोर्ट, अस्पताल, शोपिंग मॉल, ए.टी.ऍम. इत्यादि में होने लगा है |

बार-कोड रीडर (Bar code reader

बार-कोड रीडर (Bar code reader) का प्रयोग Product के ऊपर छपे हुए बार कोड को पढ़ने के लिये किया जाता है किसी Product के ऊपर जो Bar Code बार-कोड रीडर (Bar code reader) के द्वारा उत्पाद की कीमत तथा उससे सम्बंधित दूसरी सूचनाओ को प्राप्त किया जा सकता हैं


स्कैनर (Scanner)
स्केनर (Scanner) एक Input Device है ये कंप्यूटर में किसी Page पर बनी आकृति या लिखित सूचना को सीधे Computer में Input करता है इसका मुख्य लाभ यह है कि User को सूचना टाइप नहीं करनी पड़ती हैं|


ओ.एम.आर. (OMR)
ओ.एम.आर. (OMR) या ऑप्टिकल मार्क रीडर (Optical Mark Reader) एक ऐसा डिवाइस है जो किसी कागज पर पेन्सिल या पेन के चिन्ह की उपस्थिति और अनुपस्थिति को जांचता है इसमें चिन्हित कागज पर प्रकाश डाला जाता है और परावर्तित प्रकाश को जांचा जाता है| जहाँ चिन्ह उपस्थित होगा कागज के उस भाग से परावर्तित प्रकाश की तीव्रता कम होगी | ओ.एम.आर. (OMR) किसी परीक्षा की उत्तरपुस्तिका को जाँचने के लिये प्रयोग की जाती है| इन परीक्षाओं के प्रश्नपत्र में वैकल्पिक प्रश्न होते हैं |
 ओ.सी.आर. (OCR)
ऑप्टिकल कैरेक्टर रेकोग्निशन (Optical Character Recognition) अथवा ओ.सी.आर.(OCR) एक ऐसी तकनीक है | जिसका प्रयोग किसी विशेष प्रकार के चिन्ह, अक्षर, या नंबर को पढ़ने के लिये किया जाता है इन कैरेक्टर को प्रकाश स्त्रोत के द्वारा पढ़ा जा सकता हैं| ओ.सी.आर (OCR) उपकरण टाइपराइटर से छपे हुए कैरेक्टर्स, कैश रजिस्टर के कैरक्टर और क्रेडिट कार्ड के कैरेक्टर को पढ़ लेता हैं| ओ.सी.आर (OCR) के फॉण्ट कंप्यूटर में संग्रहित रहते है | जिन्हें ओ.सी.आर. (OCR) स्टैंडर्ड कहते हैं|
ए.टी.एम.(ATM)
स्वचालित मुद्रा यंत्र या ए.टी.एम. (Automatic Teller Machine) ऐसा यंत्र है जो हमे प्रायः बैंक में, शॉपिंग मौल में, रेलवे स्टेशन पर, हवाई अड्डों पर, बस स्टैंड पर, तथा अन्य महत्वपूर्ण बाजारों तथा सार्वजनिक स्थानों पर मिल जाता हैं| ए.टी.एम. की सहायता से आप पैसे जमा भी कर सकते है, निकाल भी सकते है, और बैलेंस भी चेक कर सकते है| ए.टी.एम. की सुबिधा 24 घंटे उपलब्ध रहती है|
एम.आई.सी.आर.(MICR)
मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रिकोग्निशन (Magnetic Ink Character Recognition) व्यापक रूप से बैंकिंग में प्रयोग होता है, जहाँ लोगो को चेकों की बड़ी संख्या के साथ काम करना होता हैं| इसे संक्षेप में एम.आई.सी.आर.(MICR) कहाँ जाता हैं| एम.आई.सी.आर (MICR) का प्रयोग चुम्बकीय स्याही (Megnatic Ink) से छपे कैरेक्टर को पढ़ने के लिये किया जाता हैं| यह मशीन तेज व स्वचलित होतीहैं साथ ही इसमें गलतियां होने के अवसर बिल्कुल न के बराबर होते हैं|
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